आज के समय में भी ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदने से लोग घबराते हैं. उन्हें डर रहता है कि उनका डाटा खो सकता है. इन मिथकों को यहां दूर करने की कोशिश की गई है.
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ऑनलाइन इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से जुड़े सवाल लोगों के मन में हैं. जहां कुछ लोग ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदना सेफ और भरोसेमंद में समझते हैं. वहीं, कुछ लोग इसे अनसेफ और जोखिम से भरा समझते हैं. आज हम आपको मनी9 की रिपोर्ट के मुताबिक ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदने के सभी मिथकों के बारे में बात करेंगे.
ऑनलाइन माध्यम से जीवन बीमा कंपनियों के खर्चे बचते हैं. इससे एजेंट का कमीशन और डिस्ट्रीिब्यूशन खर्च की बचत होती है. इस बचत का लाभ कंपनियां ऑनलाइन ग्राहकों को देती है. यह पूरी प्रक्रिया वर्चुअल और पेपरलैस होती है जिस वजह से यह सस्ती हो जाती है. ऑनलाइन पॉलिसी खरीदने का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि ग्राहकों को किसी पर भी निर्भर रहने की जरूरत नहीं होती है.
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ऑनलाइन इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना थकाऊ और सही काम है?
वैसे तो आज की दुनिया में इंश्योरेंस खरीदना बहुत ही आसान हो गया है. इंटरनेट के जरिये आप बिना किसी परेशानी के ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदने के लिए प्रीमियम कैलकुलेटर, चैटबॉट, व्हाट्सएप सपोर्ट और कई अन्य तरह के टूल का इस्तेमाल कर सकते हैं. ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदने के पूरे प्रोसेस को बहुत ही आसान और यूजर फ्रेंडली बनाया गया है जिससे आने वाले समय में इसकी गुणवत्ता और सुविधा दोनों बढ़ेगी.
ऑनलाइन माध्यम से इंश्योरेंस खरीदना महंगा होता है?
इंश्योरेंस का प्रीमियम इस बात पर निर्भर करता है कि आप कौन सा प्रोडक्ट और ऐड-ऑन चुनते हैं. वहीं, कुछ इंश्योरेंस कंपनियां के खुद के प्रीमियम खास प्लान हैं. ऐसे में लोगों को सबसे कम प्रीमियम पर फोकस करने के बजाय अपनी जरूरत के हिसाब से फीचर्स का आकलन करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप लंबे समय तक जिस प्रीमियम को चुका सकते हैं, उस पर आपको पर्याप्त कवरेज मिल रही है.
कंप्यूटर का ज्यादा इस्तेमाल करने वाले लोग ही ऑनलाइन इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद सकते हैं?
कंप्यूटर, मोबाइल और इंटरनेट आज के ज़माने में लोगों की जरुरत हो गई हैं. अगर आपके पास इंश्योरेंस की पूरी जानकारी नहीं है तो आप इंटरनेट पर इसके बारे में पढ़ समझ सकते हैं और अपनी जरुरत के हिसाब से अपना प्लान चुन सकते हैं.
ऑनलाइन इंश्योरेंस पॉलिसी होल्डर्स को क्लेम सेटलमेंट में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है?
क्लेम सेटलमेंट के समय इस बात से जरा भी फर्क नहीं पड़ता कि आपने पॉलिसी ऑनलाइन खरीदी है या ऑफलाइन. आप बिना किसी परेशानी के क्लेम भर सकते हैं. क्लेम रिपोर्ट करते समय आपको बस इस बात का ध्यान रखना होगा कि आपकी भरी सभी डिटेल्स सही और कोई भी गलती न हो.
कोई पर्सनल हेल्प डेस्क नहीं है इससे आपकी गोपनीयता पर असर पड़ता है?
धोखाधड़ी और गोपनीयता भंग होने की आशंका बहुत कम होती है क्योंकि अधिकतर पोर्टल और ऐप सेफ कनेक्शन का इस्तेमाल करते हैं. दूसरी ओर, ये पोर्टल्स साडी फॉर्मलिटीज पूरी करने के लिए आपको वॉयस और चैट बेस्ड सपोर्ट भी उपलब्ध कराते हैं. पॉलिसीबॉस (PolicyBoss) सहित सभी इंश्योरटेक कंपनियों की अधिकतर सेवाएं आईआरडीएआई (इंश्योरेंस रेग्युलेटरी डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया) द्वारा रेग्युलेट होती हैं. इसमें आपका डाटा बिलकुल सेफ रहता है.
ऑनलाइन उपलब्ध विकल्प सादा और सरल होते हैं?
ऑनलाइन मूल्यांकन के साथ सूचना, फीचर्स/ क्या शामिल है और क्या शामिल नहीं है/ कवरेज की संभावना और बाकि डिटेल्स ट्रांसपेरन्सी के साथ एक्सेस की जाती है. आप यहां अपनी पसंद के हिसाब से प्लान का चयन कर सकते हैं.
ऑनलाइन खरीदी गई पॉलिसीज का मैनेजमेंट मुश्किल है ?
ऑनलाइन खरीदी गई इंश्योरेंस पॉलिसी को मैनेज करना बहुत आसान है. आपका ऑनलाइन अकाउंट पासवर्ड प्रोटेक्टेड होता है और आप अपनी पॉलिसी से जुड़े हर डॉक्यूमेंट्स को सुरक्षित तरीके से एक जगह पर पा सकते हैं. आप हार्ड कॉपी में अपने सभी डॉक्यूमेंट्स को हर समय अपने साथ नहीं रख सकते हैं.
ऑनलाइन इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते हैं तो ऑप डॉक्यूमेंट्स को खो सकते हैं?
आपके डॉक्यूमेंट्स इंश्योरेंस कंपनी के डेटाबेस में वर्चुअल तरीके से स्टोर किए जाते हैं और इसके खोने या चोरी होने का कोई सवाल ही नहीं है. आप एक बटन क्लिक करके अपने सारे डॉक्यूमेंट्स खुद ही एक्सेस कर सकते हैं.